श्लेष अलंकार के उदाहरण …
१ मंगत को देख पट देत बार -बार |
पट -वस्त्र ,दरवाजा |

२ जो रहीम गति दीप की ,कुल कपूत गति सोय |
बारे उजियारो करे ,बढे अंधेरो होय |
बारे -जलाना बचपन
बढे -बुझाना ,बड़ा होना |

३ चरण धरत चिंता करत चितवत चारों ओर |
सुवरन को खोजत फिरें कवि व्यभिचारी ,चोर |
सुवरन -१ सुन्दर अक्षर २ सुन्दर चेहरा ३ स्वर्ण |

४ मन की और नल नीर की एक व्यथा कर जोय |
ज्यों-ज्यों नीचे वह चले त्यों – त्यों उज्ज्वल होय |
नीचे -१ नीचाई की ओर २ गहराई |

५ मधुवन की छाती को देखो
सूखी कितनी इसकी कलियाँ |
कलियाँ -१ खिलने से पूर्व फूल की दशा २ यौवन |