HIndi Debates

शिक्षा में आरक्षण की नीति —विपक्ष

By |2018-01-17T05:20:06+00:00June 14th, 2012|HIndi Debates|

शिक्षा का लक्ष्य है व्यक्ति का बौद्धिक ,सामाजिक आर्थिक एवम आध्यात्मिक विकास ,अर्थात व्यक्ति का सर्वांगीण विकास |किसी भी देश का भविष्य उसके विद्यार्थियों के ज्ञान स्तर पर निर्भर करता है |राष्ट्र के उत्थान के लिए विश्व स्तर पर प्रति स्पर्धा के लिए केवल साक्षर नागरिक राष्ट्र का प्रति निधित्व नहीं कर सकता उसके लिए [...]

फास्ट-फ़ूड -विपक्ष

By |2018-01-17T05:21:42+00:00June 4th, 2012|HIndi Debates|

विपक्ष   " बदले-बदले से आसार नज़र आते है , अब तो जगह-जगह मुझे फास्ट-फ़ूड खाते बीमार नज़र आते है। " ये फास्ट फ़ूड । इन्होने तो हमारी जीवन शैली को ही बदल डाला है । बदल क्या , नष्ट ही कर डाला है। भारतीय खान -पान की शैली को पथ-भ्रष्ट ही कर डाला है [...]

फास्ट फ़ूड ने जीवन शैली को आसान बना दिया है- पक्ष

By |2018-02-20T08:34:42+00:00June 4th, 2012|HIndi Debates|

पक्षकम फास्ट -----------------गो फास्ट ------------------दो फास्ट --- आज की जीवन शैली ही यही है –सब कुछ फास्ट । इस भागम-भाग की जिंदगी को यदि किसी ने आसान किया है तो वह है फास्ट –फ़ूड अर्थात जल्दी तैयार हो जाने वाला भोजन । भोजन भी वह जो ताजा और स्वास्थ्यवर्धक भी हो । हा वह , [...]

मानव जाती -विपक्ष

By |2017-09-25T12:49:37+00:00June 4th, 2012|HIndi Debates|

विपक्षतीव्र गति से की गई उन्नति प्रगति का सूचक है । धीरे-धीरे की गई उन्नति , उन्नति नही परिवर्तन कहलाती है । जो समय की गति के साथ होना निश्चित है । मानव जाती ने जब परिवर्तन का बीडा उठाया है अपने को उन्नति के शिखर पर पहुचाया है । यहउसकी सोच और कर्मठता का [...]

मानव जाती की तीव्र गति से उन्नति ही उसके विनाश का कारन है.

By |2017-09-25T12:49:46+00:00June 4th, 2012|HIndi Debates|

पक्ष‘कह रहा यह सांध्य रवि ढलता हुआ,यो सदा चढ़ कर उतरना है अटल ,फुल चढ़ तरु के शिखर पर हंस दिया ,अंत में तो धुल का आँचल मृदुल.’सम्पूर्ण जगत इस बात से परिचित है की जन्म , विकास और मृत्यु शाश्वत है , अटलहै , लेकिन इस शाश्वता में तीव्रता तब और भी ज्यादा आ [...]

पुरस्कारों की -विपक्ष

By |2017-09-25T12:49:56+00:00June 4th, 2012|HIndi Debates|

पुरस्कार किसी व्यक्ति के व्यक्तित्व को , कार्यो को , रचनाओ को , शैली को निखारने का कार्य करता है . दुसरे शब्दों में कहू तो में कह सकती हु की पुरस्कार किसी व्यक्ति को उसके अच्छे कार्यो के लिए प्रोत्साहन स्वरुप दिया जाता हैं. सदन के मत से ये पुरस्कार ही भरष्टाचार का कारन [...]

पुरस्कारों की होड़ ने भरष्टाचार को बढावा दिया हैं -पक्ष

By |2017-09-25T12:50:07+00:00June 4th, 2012|HIndi Debates|

पक्षउथली होती जा रही है,आदमी की आत्मा,यही हैं वेह समस्या जो,सबसे अधिक कचोद्ती है.भर्ष्टाचार पुरस्कारों की देन बन गया क्योकि आज उसकी नियति में फर्क आ गया है.हर वह चीज़ वेह प्राप्त कर लेना चाहता है जिसके वह योग्य नही है. इसके लिए वहसाम,- दाम, दुंद-भेड़ किसी का भी पर्योग करने के लिए स्वतंत्र है [...]

निरंतर होता सरलीकरण शिक्षा का स्तर गिरा रहा है -विपक्ष

By |2017-09-25T12:50:21+00:00June 4th, 2012|HIndi Debates|

"अभी तो सहर है ,जरा सुबह तो होने दो , अभी तो आगाज है ,अंजाम क्यों सोचने लगे " दिन ब दिन शिक्षा का बदलता स्वरूप अपने साथ कईकई विवाद लेकर आता है आरक्षण का ,कभी परीक्षाओं का ,कभी भाषा का एसा ही एक विवाद हमारी आज कीकी वादविवाद प्रतियोगिता का शीर्षक बन कर हमारे [...]

विद्यार्थी जीवन में राजनीति, छात्रों को पथ भ्रस्त कर देती है-विपक्ष

By |2017-09-25T12:50:29+00:00June 4th, 2012|HIndi Debates|

विपक्ष भला -बुरा न जग में कोई कहलाता है भीतर का ही दोष ,बाहर नजर आता है , किसी को कीचड़ में कमल दिखाई देता है , किसी को चाँद में भी दाग नजर आता है आज सम्पूर्ण विश्व लोकतंत्र की ओर बढ़ रहा है क्योंकि लोकतंत्र ही किसी भी देश अथवा समाज की प्रगति [...]

विद्यार्थी जीवन में राजनीति छात्रों को पथ भ्रष्ट कर देती है-पक्ष

By |2022-08-13T08:41:17+00:00June 4th, 2012|HIndi Debates|

पक्ष   'हम लाए हैं तूफान से किश्ती के , इस देश को रखना मेरे बच्चो संभाल के '   ये पंक्तियाँ उनअमर शहीदोंकी ओर कही से गयी हैं जिन्होंने अपना सर्वस्व बलिदान करके भारत को आजादी दिलाई उन्होंने सोचा था कि हम अपने देश वासियों को एक आजाद देश देकर जा रहे हैं आगे [...]

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