लोक गीत
लोक गीत क्रत्रिमता और आडम्बर से दूर जन -मानस के नैसर्गिक उद्गार ही लोक गीत हैं | लोक गीतों में प्राकृतिक संगीत का इतिहास व्याप्त रहता है | यह जीवंत काव्य है |शिक्षित तथा सभ्य मनुष्य की संगीतमयी और कलापूर्ण अभिव्यक्ति को कविता कहा जाता है |लोक गीत तो अशिक्षित जनता के भावुक तथा संवेदन [...]